UPSC Ki Taiyari Kaise Kare 12 Ke Baad: UPSC (Union Public Service Commission) की परीक्षा देश की सबसे कठिन और सम्मानजनक परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा के लिए तैयारी शुरू करने का सबसे उपयुक्त समय है जब आप 12वीं कक्षा पास कर चुके हों। इस समय आपकी सोच और समझ बेहतर हो जाती है, और अगर आप सही दिशा में अपनी तैयारी शुरू करते हैं, तो UPSC की सफलता आपको मिल सकती है।
UPSC Ke Liye 12th Me Kitne Marks Chahiye
आईएएस बनने के लिए दसवीं में कितने मार्क्स होने चाहिए
IAS बनने के लिए 10वीं में किसी विशेष अंक या प्रतिशत की आवश्यकता नहीं होती है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा (IAS, IPS, IFS आदि) में बैठने के लिए उम्मीदवार का केवल किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना जरूरी है। इस परीक्षा में 10वीं या 12वीं के अंकों का कोई महत्व नहीं होता। आपके 10वीं के अंक केवल आपकी आगे की पढ़ाई के लिए मददगार हो सकते हैं, लेकिन IAS बनने के लिए आपकी ग्रेजुएशन के बाद की तैयारी ही सबसे महत्वपूर्ण होती है।
UPSC के लिए 12वीं में कितने मार्क्स चाहिए?
IAS बनने के लिए 12वीं में किसी विशेष प्रतिशत की आवश्यकता नहीं होती है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा (IAS, IPS, आदि) में शामिल होने के लिए उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना जरूरी है। इसका मतलब है कि अगर आप ग्रेजुएशन पास कर चुके हैं, तो आप UPSC परीक्षा में बैठ सकते हैं, भले ही आपके 12वीं में कितने भी अंक हों। इस परीक्षा में सफलता के लिए 12वीं और ग्रेजुएशन के अंकों से ज्यादा आपके ज्ञान, मेहनत और तैयारी का महत्व होता है।
आईएएस के लिए ग्रेजुएशन में कितने मार्क्स होने चाहिए
IAS बनने के लिए ग्रेजुएशन में किसी विशेष अंक या प्रतिशत की आवश्यकता नहीं होती है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा (IAS, IPS, IFS आदि) में बैठने के लिए उम्मीदवार का केवल किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। ग्रेजुएशन में पास होना ही पर्याप्त है; आपके अंकों का इस परीक्षा में कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इस परीक्षा में सफल होने के लिए आपका ज्ञान, समझ और तैयारी सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।
UPSC 2025 परीक्षा से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
1.UPSC का सिलेबस और परीक्षा का रूप समझें
UPSC परीक्षा मुख्यतः तीन चरणों में आयोजित होती है:
- प्रीलिम्स: यह सामान्य ज्ञान और CSAT (Civil Services Aptitude Test) से संबंधित होता है।
- मेनस: इसमें चार जनरल स्टडी पेपर, निबंध और एक वैकल्पिक विषय होता है।
- इंटरव्यू: उम्मीदवार के व्यक्तित्व का मूल्यांकन किया जाता है।
सिलेबस को समझना और उसे खुद के हिसाब से विभाजित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यूपीएससी के सिलेबस में सामान्य अध्ययन, निबंध, समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, भूगोल, इतिहास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न विषय होते हैं।
2. नियंत्रित अध्ययन योजना बनाएं
12वीं के बाद सीधे UPSC की तैयारी शुरू करने के लिए एक ठोस अध्ययन योजना बनानी चाहिए:
- समय सारणी: आपको अपनी दिनचर्या में समय का प्रबंधन करना सीखना होगा। 6 से 8 घंटे प्रतिदिन UPSC की तैयारी के लिए निर्धारित करें।
- सिलेबस के अनुसार अध्ययन: NCERT की किताबें पढ़ने से शुरुआत करें, खासकर कक्षा 6 से 12 तक की। इन किताबों से आपको विषयों की आधारभूत समझ मिल जाएगी।
- ऑनलाइन कोर्स और संसाधन: इंटरनेट पर UPSC से संबंधित कई अच्छे कोर्स और अध्ययन सामग्री उपलब्ध हैं। इनका सही उपयोग करें।
3. समय-समय पर मॉक टेस्ट लें
मॉक टेस्ट देने से आपको परीक्षा के पैटर्न और टाइम मैनेजमेंट के बारे में बेहतर जानकारी मिलेगी। यह आपको परीक्षा में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करेगा। UPSC में सफलता पाने के लिए मॉक टेस्ट और पिछले सालों के प्रश्न पत्रों को हल करना बहुत जरूरी है।
4. समसामयिक घटनाओं पर ध्यान दें
समसामयिक घटनाओं के बारे में जानकारी रखना UPSC की तैयारी में महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए आप:
- दैनिक समाचार पत्र (जैसे, The Hindu, The Indian Express) पढ़ें।
- मासिक पत्रिकाओं (जैसे, Yojana, Kurukshetra) का अध्ययन करें।
- इंटरनेट पर और टीवी चैनलों पर समसामयिक मामलों की जानकारी रखें।
5. स्वस्थ दिनचर्या और मानसिक स्थिति
UPSC की तैयारी एक लंबी और कठिन यात्रा होती है। इस दौरान आपको मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत जरूरी है। अच्छी नींद लें, नियमित रूप से व्यायाम करें, और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
6. वैकल्पिक विषय का चयन
UPSC मेन्स परीक्षा के लिए आपको एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होता है। यह विषय आपकी रुचि और आपके ज्ञान के स्तर पर आधारित होना चाहिए। शुरुआत में आप कुछ विकल्पों पर विचार करें, और फिर चयन करें।
7. कोचिंग और मार्गदर्शन
12वीं के बाद अगर आप सोचते हैं कि कोचिंग की मदद ली जाए, तो कुछ अच्छे कोचिंग संस्थानों को जॉइन करने पर विचार करें। हालांकि, UPSC की तैयारी में कोचिंग जरूरी नहीं है; यदि आपकी तैयारी स्व-निर्देशित है, तो आप घर से भी तैयारी कर सकते हैं।
8. सकारात्मक सोच और निरंतरता
UPSC की तैयारी में निरंतरता और सकारात्मक सोच का महत्वपूर्ण योगदान है। यदि आप एक बार हार मान लेते हैं, तो सफलता दूर हो सकती है। सफलता पाने के लिए आपको लगातार मेहनत करनी होगी, चाहे परिणाम तुरंत न आएं।
निष्कर्ष
12वीं के बाद UPSC की तैयारी करने के लिए एक अच्छी रणनीति और समर्पण की आवश्यकता होती है। सही दिशा में मेहनत करने और योजना बनाकर तैयारी करने से UPSC की सफलता पाई जा सकती है।
IAS Banne Ke Liye 12th Me Kitne Percentage Chahiye?
IAS Banne Ke Liye 12th Me Kewal passing Percentage hi jarury hota hai.