JEE Main 2025 Total Registration: देश के सबसे बड़े इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, JEE Main 2025 में इस बार रिकॉर्ड संख्या में छात्रों ने पंजीकरण किया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल कुल 13.8 लाख छात्रों ने जेईई मेन के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। यह संख्या पिछले साल की तुलना में अधिक है, जिससे परीक्षा का स्तर और प्रतिस्पर्धा और भी बढ़ गई है।
जेईई मेन (JEE Main) भारत की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है, जिसे राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित किया जाता है। हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं, और 2025 में इस संख्या ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस वर्ष कुल 13.8 लाख छात्रों ने पंजीकरण किया है। यह न केवल छात्रों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है, बल्कि बढ़ती प्रतियोगिता और चुनौतियों का भी संकेत देता है। इस लेख में, हम पंजीकरण संख्या में वृद्धि के कारणों, प्रतियोगिता के प्रभाव और भारत में इंजीनियरिंग सीटों की उपलब्धता पर चर्चा करेंगे।
किस साल कितने हुए JEE Main Registration?
जेईई मेन में पंजीकरण संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। आइए इसे पिछले वर्षों के आंकड़ों के माध्यम से समझें।
- 2020: लगभग 9.34 लाख पंजीकरण हुए।
- 2021: कोविड-19 महामारी के बावजूद, पंजीकरण संख्या बढ़कर 10.2 लाख हो गई।
- 2022: पंजीकरण संख्या 11.4 लाख तक पहुंच गई।
- 2023: यह संख्या बढ़कर 12.31 लाख हो गई।
- 2025: इस साल, कुल 13.8 लाख छात्रों ने पंजीकरण किया है।
JEE Main 2025 Registration बढ़ने के कारन?
इंजीनियरिंग में करियर का आकर्षण:
इंजीनियरिंग को भारत में एक स्थिर और प्रतिष्ठित करियर माना जाता है। आईआईटी, एनआईटी, और अन्य शीर्ष संस्थानों से डिग्री प्राप्त करने का सपना छात्रों को जेईई मेन की ओर आकर्षित करता है।
शैक्षिक नीतियों का प्रभाव:
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और सरकारी योजनाएं छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर करियर अवसर प्रदान कर रही हैं।
परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि:
NTA ने दूरस्थ क्षेत्रों में भी परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं, जिससे अधिक छात्र परीक्षा में भाग ले पा रहे हैं।
फीस छूट और स्कॉलरशिप:
सरकार और निजी संस्थान मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान कर रहे हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र भी पंजीकरण कर पा रहे हैं।
कितनी बढ़ जाएगा JEE Main 2025 में Comptition
13.8 लाख पंजीकरण का मतलब है कि इस साल प्रतिस्पर्धा का स्तर और भी ऊंचा हो जाएगा।
JEE Main Cut Off 2025
जब अधिक छात्र परीक्षा में हिस्सा लेते हैं, तो स्वाभाविक है कि कटऑफ स्कोर भी बढ़ेगा। इससे छात्रों को अपनी तैयारी में अतिरिक्त मेहनत करनी होगी।
JEE Main 2025 Total Seats
सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटें सीमित हैं। लाखों छात्रों के बीच शीर्ष संस्थानों में जगह बनाने की दौड़ और भी कठिन हो गई है।
सरकारी संस्थानों की सीटें:
- आईआईटी (IIT): भारत में 23 आईआईटी हैं, जिनमें लगभग 16,000 सीटें हैं।
- एनआईटी (NIT): 31 एनआईटी में कुल 23,000 सीटें उपलब्ध हैं।
- IIIT: 25 IIIT में लगभग 6,000 सीटें हैं।
- सेंट्रल फंडेड टेक्निकल इंस्टिट्यूट (CFTI): अन्य CFTI संस्थानों में लगभग 8,000 सीटें हैं।
निजी संस्थानों की सीटें
निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में कुल 10 लाख से अधिक सीटें हैं। हालांकि, इनमें से केवल कुछ संस्थान ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्लेसमेंट प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष
जेईई मेन 2025 में पंजीकरण की संख्या में हुई वृद्धि न केवल छात्रों की बढ़ती रुचि का संकेत है, बल्कि यह प्रतियोगिता को और भी कठिन बना रही है। छात्रों को अपनी तैयारी में अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा और लगातार अभ्यास करना होगा। इंजीनियरिंग में करियर बनाने के इस सपने को साकार करने के लिए मेहनत और लगन की आवश्यकता है। सभी छात्रों को शुभकामनाएं!
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