41 शिक्षकों पर FIR, राकेश यादव और साथियों ने SSC पर लगाये गंभीर आरोप, पढ़े पूरी खबर। SSC Protest 2025

SSC Protest 2025: देश के जाने माने शिक्षक राकेश यादव सर ने कहा कि एसएससी के खिलाफ चल रहे प्रोटेस्ट में 41 टीचरों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। एक नेशनल न्यूज़ चैनल को दिए अपने वक्तव्य में राकेश यादव सर , आदित्य रंजन ,और अभिनव सर ने एसएससी को लेकर और क्या दावे किए? चलिए आपको विस्तार से बताते हैं।

न्यूज़ रिपोर्टर से बात करते हुए राकेश सर ने कहा कि

” हमारे हाथ में जो कुछ था वह हम लोगों ने किया। हम लोगों ने शांतिपूर्वक अपना प्रोटेस्ट किया, ट्विटर पर ट्रेंड चलाए और सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की पूरी कोशिश की। हम लोग वॉयलेंट लोग नहीं हैं, हम लोग पढ़े-लिखे शिक्षक हैं। हमारी बस कुछ तीन-चार मुख्य मांग है, जो हम सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं, जो कि बच्चों के भविष्य के लिए है। अब आप ही बताइए कि इसमें हमारी क्या गलत कर रहे है ?”

हमने शांतिपूर्वक विरोध किया, फिर भी FIR? – राकेश यादव सर की नाराज़गी

राकेश सर ने कहा कि उन्होंने और उनके साथियों और क्षात्रो ने कानून का पालन करते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। उन्होंने ट्विटर पर हैशटैग्स के ज़रिए सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की, फिर भी प्रशासन ने उनके आवाज नहीं सुनी उल्टा उन लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी।

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राकेश यादव सर ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के बावजूद, पुलिस ने वहां मौजूद शिक्षकों और छात्रों के साथ मारपीट की और अनुचित व्यवहार किया। लेकिन चलो, कोई बात नहीं—वह भी किसान के बच्चे हैं, अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। हमने उन्हें माफ कर दिया, हमें उनसे कोई व्यक्तिगत नाराज़गी नहीं है। दिल्ली पुलिस से हमारी कोई व्यक्तिगत समस्या नहीं है।

हमारी सिर्फ यही गुज़ारिश है कि पुलिस हमारी बातों को सरकार तक पहुंचा दे। पुलिस के बड़े अधिकारी बच्चों की समस्याएं सुनें और हमारी DOPT मंत्री से मीटिंग करवा दें। हम कोई दंगा-फसाद नहीं कर रहे, हम पढ़े-लिखे लोग हैं और बच्चों के भविष्य की बात कर रहे हैं।

शिक्षकों की मांग क्या है ?

शिक्षकों का कहना है कि उनकी मांगें ज्यादा बड़ी नहीं हैं । उनका कहना है कि उनकी बस तीन से चार मांग ही है. एसएससी की परीक्षा आयोजित करवाने वाली एजेंसी को हटाया जाय क्यों की इस कंपनी के ऊपर पहले भी परीक्षा में गड़बड़िया करने और ख़राब व्यवस्था के लिए ब्लैक लिस्ट हो चुकी है, और एग्जाम अपने टाइम पर हो, एसएससी के एग्जाम केसेंटर्स बहुत दूर न भेजे जाये, एसएससी के एग्जाम सेंटर्स की सही से मॉनिटरिंग हो, जैसी बहुत ही बेसिक डिमांड्स है, जो एग्जाम को पारदर्शी तरीके से करवाये जाने के लिए जरूरी है।

उन्होंने यह भी बताया कि:

  • कई बार सोशल मीडिया पर #SSC_Protest, #ssc shudharjao, #sscmismanagement जैसे हैशटैग्स टॉप ट्रेंड में रहे लेकिन फिर भी किसी ने संज्ञान नहीं लिया।
  • दो-तीन बार तो यह ट्रेंड सेकंड और थर्ड पोजिशन पर रहा, लेकिन SSC और सरकार ने अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया।

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बच्चों की आवाज़ सरकार तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है – आदित्य रंजन सर

Aditya Ranjan SSC Teacher

आदित्य रंजन सर, जो SSC कोचिंग के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध नाम हैं, उनका कहना है कि…

“बच्चे हमसे उम्मीद करते हैं कि हम उनकी ओर से आवाज़ उठाएं। यह केवल हमारा हक़ नहीं, कर्तव्य भी है। उन्होंने SSC पर यह आरोप भी लगाया कि, जब कोई बच्चा अपनी समस्याओं को लेकर SSC ऑफिस जाता है, तो अध्यक्ष मिलने तक को तैयार नहीं होते। ऊपर से पुलिस बच्चों को धमकाती है कि अगर तुरंत नहीं गए, तो नाम लिख लिया जाएगा।”- आदित्य सर

SSC की प्रतिक्रिया: “एजेंसी को समय दीजिए”

जब SSC की ओर से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो अधिकारियों ने कहा कि एग्जाम आयोजित करने वाली एजेंसी ‘Eduquity’ को बदला नहीं जाएगा। उनका कहना है कि एजेंसी अभी पहली बार काम शुरू किया है और शुरुआती समस्याओं को सुलझाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन शिक्षकों का आरोप है कि यह एजेंसी नई नहीं, बल्कि पुरानी है और पहले भी कई परीक्षाओं में गड़बड़ियों के चलते ब्लैकलिस्ट हो चुकी है। “SSC खुद को एजेंसी के पीछे छुपा रही है, लेकिन ज़िम्मेदारी तो उनकी बनती है.

SSC CGL 2025: क्या परीक्षा व्यवस्था तैयार है?

13 अगस्त से 30 अगस्त 2025 के बीच SSC CGL 2025 Tier-1 परीक्षा होनी है। इस परीक्षा में 35 लाख से अधिक छात्र भाग लेंगे।

शिक्षकों और छात्रों ने जिन समस्याओं को उजागर किया है, वे इस प्रकार हैं:

  • कई परीक्षा केंद्रों पर कंप्यूटर नहीं चल रहे।
  • बच्चों को बहुत दूर के केंद्र आवंटित किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें ट्रैवल में कठिनाई हो रही है।
  • कई बार परीक्षा के दिन ही परीक्षा रद्द होने का मैसेज भेजा जा रहा है।
  • एग्जाम सेंटर परीक्षा से 2 घंटे पहले बदल दिए जाते हैं, जिससे छात्र समय पर पहुंच ही नहीं पाते।

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि – क्या SSC इतने बड़े स्तर की परीक्षा आयोजित करने के लिए तैयार है?

सरकार से शिक्षक और छात्र क्या चाहते हैं?

प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांग है कि:

  1. SSC पारदर्शी तरीके से काम करे।
  2. एजेंसी की योग्यता की पुनः समीक्षा की जाए।
  3. तकनीकी खामियों को ठीक किया जाए।
  4. छात्रों को मानसिक और प्रशासनिक रूप से राहत दी जाए।
  5. किसी भी शिक्षक या छात्र के खिलाफ अनावश्यक FIR वापस ली जाए।

यह केवल शिक्षकों की लड़ाई नहीं, बल्कि 35 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य का सवाल है। सरकार और SSC को जल्द हस्तक्षेप कर इस मामले को सुलझाना चाहिए, ताकि देश का युवा वर्ग भरोसे के साथ अपनी तैयारी जारी रख सके।

आपकी राय क्या है? क्या SSC को जिम्मेदारी लेनी चाहिए या एजेंसी को दोष देना उचित है? हमें कमेंट में बताएं।

Source: watch full vedio

Jyoti

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