How to become a pilot after 12th: 12वीं के बाद पायलट कैसे बनें? क्या आप आसमान की ऊंचाइयों को छूने का सपना देखते हैं? क्या आपको हवाई जहाज उड़ाने का जुनून है और आप एक प्रोफेशनल पायलट बनना चाहते हैं? अगर हां, तो यह करियर आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है! 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट्स के सामने करियर चुनने का बड़ा फैसला होता है। अधिकतर युवा मेडिकल, इंजीनियरिंग, लॉ, कॉमर्स और डिफेंस जैसे पारंपरिक करियर की ओर बढ़ते हैं, लेकिन कुछ होनहार छात्र भीड़ से हटकर एविएशन इंडस्ट्री में कदम रखना चाहते हैं।
तो आखिर सवाल ये है कि 12वीं के बाद पायलट कैसे बनें? पायलट बनने के लिए कौन-कौन से कोर्स उपलब्ध हैं? क्या साइंस स्ट्रीम ज़रूरी है? कितनी फीस लगेगी? सैलरी कितनी मिलेगी? अगर आपके मन में भी ये सवाल हैं, तो इस पोस्ट में हम आपको पायलट बनने की पूरी प्रक्रिया, ट्रेनिंग, योग्यता, फीस और करियर ऑप्शंस के बारे में विस्तार से बताएंगे!
How To Become A Pilot After 12th| Pilot Kaise Bane?
भारत, दुनिया का सबसे बड़ा आबादी वाला देश है, जहां एविएशन इंडस्ट्री में तेजी से तरक्की हो रही है और पायलट बनने की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। हवाई यात्रा अब सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि एक बूमिंग सेक्टर बन चुकी है, जिसमें युवाओं के लिए शानदार करियर अवसर हैं। IndiGo, Air India, Vistara और SpiceJet जैसी बड़ी एयरलाइन कंपनियां अपने नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं, जिससे commercial pilots की मांग तेजी से बढ़ रही है। अगर आप भी आसमान में करियर बनाने का सपना देखते हैं, तो यह सही समय है पायलट बनने की दिशा में पहला कदम उठाने का!
पायलट के प्रकार (Types of Pilots in India)
भारत में पायलट मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है। जिसमे कमर्सिल और डिफेन्स पायलट होते है।
- Commercial Pilot License And Private
- Indian Air Force
भारत में पायलट बनने के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जो उनके कार्यक्षेत्र और उड़ान उद्देश्यों के आधार पर विभाजित होते हैं। यहां हम types of pilots in India के बारे में विस्तार से जानेंगे।
1. Commercial Pilot
commercial pilot बनने के लिए Commercial Pilot License (CPL) प्राप्त करना अनिवार्य होता है। इस प्रकार के पायलट मुख्य रूप से IndiGo, Air India, Vistara, SpiceJet जैसी airlines के लिए उड़ान भरते हैं।
- कार्य: यात्रियों को एक गंतव्य से दूसरे गंतव्य तक सुरक्षित रूप से पहुंचाना।
- वेतन: शुरुआती वेतन ₹1.5 से ₹3 लाख प्रति माह, वरिष्ठ स्तर पर ₹5 से ₹10 लाख प्रति माह।
प्रशिक्षण: DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त pilot training institutes से 200 घंटे की उड़ान पूरी करनी होती है।
2. Private Pilot (PPL)
Private Pilot License (PPL) उन लोगों के लिए होता है जो non-commercial flying करना चाहते हैं। यह आमतौर पर बिजनेसमैन, एरो क्लब के सदस्य, और निजी जेट मालिकों द्वारा लिया जाता है।
- कार्य: गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विमान उड़ाना।
- वेतन: यह एक प्रोफेशनल करियर नहीं बल्कि व्यक्तिगत उपयोग के लिए होता है।
- प्रशिक्षण: 40 से 50 घंटे की उड़ान अनुभव आवश्यक।
3. Airline Transport Pilot (ATPL)
Airline Transport Pilot License (ATPL) पायलटों के लिए सर्वोच्च लाइसेंस है, जो उन्हें airline captain बनने की अनुमति देता है। यह commercial pilot के लिए उच्चतम रैंकिंग लाइसेंस होता है।
- कार्य: बड़े यात्री विमानों का संचालन और सह-पायलटों का मार्गदर्शन।
- वेतन: ₹5 लाख से ₹15 लाख प्रति माह।
- प्रशिक्षण: 1500 घंटे की उड़ान का अनुभव आवश्यक।
4. Cargo Pilot
Cargo pilot उन विमानों को उड़ाते हैं जो मुख्य रूप से माल, पैकेज, और औद्योगिक उत्पादों का परिवहन करते हैं।
- कार्य: FedEx, Blue Dart Aviation, DHL जैसी कंपनियों के लिए कार्गो विमान उड़ाना।
- वेतन: ₹2 लाख से ₹6 लाख प्रति माह।
- प्रशिक्षण: CPL की आवश्यकता होती है, लेकिन अतिरिक्त कार्गो विमान प्रशिक्षण की भी जरूरत होती है।
5. Military Pilot
military pilot बनने के लिए भारतीय वायु सेना (IAF), नौसेना, या सेना के aviation wing में शामिल होना पड़ता है।
- कार्य: युद्ध अभियानों, राहत बचाव, और टोही मिशनों में उड़ान भरना।
- वेतन: ₹80,000 से ₹2.5 लाख प्रति माह (रैंक और अनुभव के आधार पर)।
- प्रशिक्षण: National Defence Academy (NDA) या Indian Air Force Academy (IAFA) से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करना होता है।

Eligibility Criteria to Become a Pilot In India
पायलट बनने की योग्यता: भारत में pilot course eligibility को समझना जरूरी है ताकि सही दिशा में तैयारी की जा सके। पायलट बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता, मेडिकल फिटनेस, आयु सीमा और आवश्यक कौशल को पूरा करना आवश्यक होता है। नीचे eligibility for pilot training in India से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं।
1. शैक्षणिक योग्यता
- पायलट बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास (Science) होनी चाहिए।
- 12वीं कक्षा में Physics, Chemistry और Mathematics (PCM) अनिवार्य विषय होने चाहिए।
- न्यूनतम 50% से 60% अंकों के साथ पास होना आवश्यक (संस्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकता है)।
- इंजीनियरिंग, बैचलर डिग्री, या किसी अन्य उच्च शिक्षा की कोई विशेष आवश्यकता नहीं है, लेकिन तकनीकी ज्ञान फायदेमंद होता है।
2 . मेडिकल और शारीरिक फिटनेस आवश्यकताएँ
medical requirements for pilot training काफी सख्त होते हैं, क्योंकि यह एक उच्च मानसिक और शारीरिक दक्षता वाली नौकरी है।
पायलट बनने के लिए DGCA (Directorate General of Civil Aviation) द्वारा निर्धारित मेडिकल टेस्ट पास करना अनिवार्य है।
- Class 1 और Class 2 मेडिकल सर्टिफिकेट आवश्यक होते हैं।
- आंखों की रोशनी 6/6 होनी चाहिए (यदि चश्मा है, तो अनुमेय सीमा के भीतर होना चाहिए)।
- कलर ब्लाइंडनेस (Color Blindness) नहीं होनी चाहिए।
- सामान्य ब्लड प्रेशर और शारीरिक स्वास्थ्य आवश्यक।
- किसी प्रकार की गंभीर मानसिक या न्यूरोलॉजिकल समस्या नहीं होनी चाहिए।
- वजन और ऊंचाई एयरलाइन कंपनियों के मानकों के अनुरूप होनी चाहिए।
3. पायलट बनने की आयु सीमा
पायलट बनने के लिए आयु सीमा भी एक महत्वपूर्ण कारक होती है।
- Student Pilot License (SPL): न्यूनतम आयु 16 वर्ष।
- Private Pilot License (PPL): न्यूनतम आयु 17 वर्ष।
- Commercial Pilot License (CPL): न्यूनतम आयु 18 वर्ष।
एयरलाइंस में कैप्टन बनने की अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष है, जिसके बाद पायलट को अनिवार्य सेवानिवृत्ति मिलती है।
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4 . पायलट बनने के लिए आवश्यक कौशल
पायलट बनने के लिए केवल शैक्षणिक योग्यता और मेडिकल फिटनेस ही पर्याप्त नहीं होती, बल्कि कुछ महत्वपूर्ण कौशल भी आवश्यक होते हैं।
- गणित (Mathematics) और भौतिकी (Physics) का मजबूत ज्ञान – उड़ान के सिद्धांतों, गति, गुरुत्वाकर्षण, और गणनाओं को समझने के लिए।
- बेहतरीन संचार कौशल (Communication Skills) – एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और टीम के अन्य सदस्यों के साथ प्रभावी संवाद के लिए।
- निर्णय लेने की क्षमता (Decision-Making Ability) – उड़ान के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति में सही निर्णय लेने की क्षमता।
- धैर्य और मानसिक संतुलन (Patience and Mental Stability) – भारी जिम्मेदारी के साथ शांत दिमाग बनाए रखना।
- नेतृत्व क्षमता (Leadership Skills) – पूरी उड़ान टीम को समन्वयित करने के लिए।
pilot course eligibility को पूरा करने के लिए आपको सही शैक्षणिक योग्यता, मेडिकल फिटनेस, आयु सीमा और आवश्यक कौशल की जरूरत होती है। अगर आप eligibility for pilot training in India को पूरा करते हैं, तो यह एक शानदार करियर विकल्प हो सकता है। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र भी पायलट बन सकते हैं, लेकिन उन्हें अतिरिक्त परीक्षाएं पास करनी होंगी। अगर आप इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो पहले अपनी योग्यता और आवश्यकताओं का मूल्यांकन करें और फिर सही दिशा में कदम बढ़ाएं।
Pilot Kaise Bane? Step-by-Step Process
भारत में पायलट बनाने की निश्चित प्रक्रिया होती है। इसमें शैक्षणिक योग्यता से लेकर लाइसेंस प्राप्त करने तक कई चरण शामिल होते हैं। भारत में पायलट बनने के लिए DGCA (Directorate General of Civil Aviation) द्वारा तय नियमों का पालन करना जरूरी है। चलिए देखते है की पायलट बनाने की यात्रा क्या होती है और एक सफल Pilot Kaise Bane?
Step-1: 12th में साइंस (PCM) या समकक्ष परीक्षा पास करना पड़ता है
- पायलट बनने की प्रक्रिया की शुरुआत शैक्षणिक योग्यता से होती है।
- 12वीं कक्षा (10+2) में भौतिकी (Physics), गणित (Mathematics) और रसायन विज्ञान (Chemistry) आवश्यक विषय होने चाहिए।
- न्यूनतम 50%-60% अंकों के साथ पास होना जरूरी (संस्थान के अनुसार भिन्न हो सकता है)।
यदि आपने 12वीं में PCM नहीं लिया है, तो आप NIOS (National Institute of Open Schooling) से आवश्यक विषयों की परीक्षा देकर पात्रता प्राप्त कर सकते हैं।
Step-2: अपने पायलट लाइसेंस का प्रकार चुनें
पायलट की ट्रेनिंग शुरू करने से पहले आप को लाइसेंस के टाइप चुनना पड़ता ही की आप किस प्रकर के पायलट बना चाहते है भारत में पायलट के प्रकार के आधार पर अलग-अलग लाइसेंस उपलब्ध होते हैं। आपको यह तय करना होगा कि आप commercial pilot, private pilot, या military pilot बनना चाहते हैं।
- CPL (Commercial Pilot License) – कमर्शियल एयरलाइंस में काम करने के लिए।
- PPL (Private Pilot License) – व्यक्तिगत उड़ानों के लिए, कमर्शियल उपयोग नहीं।
- ATPL (Airline Transport Pilot License) – सीनियर पायलट बनने के लिए।
- Helicopter Pilot License – हेलिकॉप्टर उड़ाने के लिए।
- Military Pilot – एयरफोर्स, नेवी या आर्मी एविएशन में करियर।
Step-3 : पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला लें (Enroll in a Pilot Training Institute)
अब आपको एक मान्यता प्राप्त पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में प्रवेश लेना होगा।
भारत में DGCA द्वारा approved pilot training institutes से प्रशिक्षण लेना आवश्यक है।
ट्रेनिंग के दौरान सिद्धांत (theory) और व्यावहारिक (practical flying training) दिया जाता है।
कुछ प्रतिष्ठित संस्थान:
- Indira Gandhi Institute of Aeronautics (IGIA) – Chandigarh
- Indira Gandhi Institute of Aeronautics – Kerala
- Indira Gandhi Institute of Aeronautics – Cochin International Airport
- Indira Gandhi Institute of Aeronautics – Amritsar
- Indira Gandhi Institute of Aeronautics – Hyderabad
- Indira Gandhi Institute of Aeronautics – Nagpur
Step-4: Pass DGCA (Class 1 and Class 2) Medical Examination
- DGCA pilot license प्राप्त करने के लिए मेडिकल फिटनेस टेस्ट पास करना जरूरी होता है।
- DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त डॉक्टरों से Class 1 और Class 2 मेडिकल टेस्ट करवाना आवश्यक है।
- सामान्य स्वास्थ्य, आंखों की रोशनी (6/6), रंग पहचान (Color blindness नहीं होनी चाहिए) और मानसिक स्वास्थ्य की जांच की जाती है।
- बिना मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के पायलट लाइसेंस नहीं मिल सकता।
Step-5: Complete Flying Hours & Theory Exams
अब आपको pilot training process के तहत उड़ान प्रशिक्षण और थ्योरी परीक्षा पास करनी होती है।
CPL (Commercial Pilot License) के लिए कम से कम 200 घंटे की उड़ान (Flying Hours) जरूरी होती है।
थ्योरी परीक्षा के विषय:
- एयर नेविगेशन
- एयर लॉ
- फ्लाइट प्लानिंग
- रेडियो टेलीफोनी
- मौसम विज्ञान (Meteorology)
थ्योरी परीक्षा पास करने के बाद ही लाइसेंस प्रक्रिया शुरू होती है।
Step-6: Apply For DGCA License
अब आप अपने चयनित पायलट लाइसेंस के लिए DGCA (Directorate General of Civil Aviation) में आवेदन कर सकते हैं।
CPL (Commercial Pilot License) के लिए आवश्यकताएँ:
- 18 साल की न्यूनतम आयु
- 200 घंटे की उड़ान पूरी
- DGCA द्वारा निर्धारित सभी थ्योरी परीक्षाएँ पास
- PPL (Private Pilot License) के लिए आवश्यकताएँ:
- 17 साल की न्यूनतम आयु
- 40-50 घंटे की उड़ान पूरी
ATPL (Airline Transport Pilot License) के लिए आवश्यकताएँ:
- कमर्शियल फ्लाइट में अनुभव
- 1500+ उड़ान घंटे
Step-7: DGCA Certification & Job Applications
- लाइसेंस प्राप्त करने के बाद, आप एयरलाइन कंपनियों में पायलट की नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट, विस्तारा जैसी commercial airlines में नौकरी के अवसर।
- अधिक अनुभव के साथ ATPL प्राप्त कर सकते हैं और कैप्टन बन सकते हैं।
- Cargo pilot या helicopter pilot के रूप में भी करियर बना सकते हैं।
- Defense services (Indian Air Force, Indian Navy, Indian Army Aviation) में भी अवसर उपलब्ध हैं।

भारत में पायलट बनाने की फीस और कुल खर्च
भारत में पायलट प्रशिक्षण की लागत काफी महंगी हो सकती है, खासकर प्राइवेट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स में। हालाँकि, सरकारी संस्थानों और स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स के माध्यम से लागत को कम किया जा सकता है।
1. भारत में पायलट कोर्स की फीस (Private & Government Institutes)
पायलट प्रशिक्षण की फीस संस्थान, प्रशिक्षण के प्रकार और उड़ान घंटों के आधार पर भिन्न होती है।
भारत में पायलट कोर्स की फीस सरकारी और निजी संस्थानों में अलग-अलग होती है। सरकारी संस्थानों जैसे IGRUA, राष्ट्रीय उड्डयन विश्वविद्यालय में फीस ₹40-50 लाख तक होती है। निजी फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमियों में यह राशि ₹50-80 लाख तक जा सकती है। कोर्स की कुल लागत में ग्राउंड स्कूल, फ्लाइंग ऑवर्स, और अन्य शुल्क शामिल होते हैं। सरकारी संस्थानों में सब्सिडी और स्कॉलरशिप के विकल्प उपलब्ध होते हैं, जबकि निजी संस्थानों में अधिक सुविधाएं और तेजी से कोर्स पूरा करने का अवसर मिलता है। इच्छुक छात्रों को संस्थान और उनके वित्तीय विकल्पों की तुलना करनी चाहिए।
प्रशिक्षण का प्रकार | अनुमानित लागत (INR) |
---|---|
Student Pilot License (SPL) | ₹2-5 लाख |
Private Pilot License (PPL) | ₹10-20 लाख |
Commercial Pilot License (CPL) | ₹30-50 लाख |
Airline Transport Pilot License (ATPL) | ₹50 लाख – ₹1 करोड़ |
Cheapest Pilot Training in India | ₹20-25 लाख से शुरू |
2. Commercial Pilot Training Fees & CPL Course Fees
कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) की लागत ₹30-50 लाख तक हो सकती है, जिसमें उड़ान घंटे, ग्राउंड स्कूल ट्रेनिंग और मेडिकल परीक्षाएं शामिल होती हैं। कुछ प्रमुख संस्थानों की CPL कोर्स फीस इस प्रकार है.
संस्थान | अनुमानित फीस (INR) |
---|---|
Indira Gandhi Rashtriya Uran Akademi (IGRUA) | ₹45-50 लाख |
Government Aviation Training Institute (GATI) | ₹30-40 लाख |
Indira Gandhi Institute of Aeronautics (IGIA) | ₹35-45 लाख |
Rajiv Gandhi Aviation Academy | ₹40-50 लाख |
Capt. Gopi Aviation Academy | ₹30-40 लाख |
3. पायलट प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति (Scholarships for Pilot Training)
महंगे कोर्स को देखते हुए, छात्रवृत्ति (Scholarships) पायलट प्रशिक्षण में आर्थिक सहायता प्रदान कर सकती हैं। कुछ प्रमुख छात्रवृत्ति योजनाएँ:
- IGRUA Scholarship Exam 2024 – योग्य उम्मीदवारों को आर्थिक सहायता दी जाती है।
- Rajiv Gandhi Foundation Scholarship – आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए।
- Air India Scholarship – एयर इंडिया द्वारा प्रशिक्षु पायलटों के लिए छात्रवृत्ति।
- DGCA & State Government Schemes – विभिन्न राज्यों द्वारा दी जाने वाली सहायता।
अतिरिक्त लागतें (Additional Costs)
पायलट बनने की कुल लागत में केवल कोर्स फीस ही नहीं, बल्कि कई अन्य खर्च भी शामिल होते हैं:
श्रेणी | लागत (INR) |
---|---|
DGCA मेडिकल परीक्षा (Class 1 & Class 2) | ₹10,000 – ₹25,000 |
फ्लाइंग ऑवर चार्ज (CPL के लिए 200 घंटे की उड़ान) | ₹25-30 लाख |
DGCA लाइसेंस एप्लिकेशन और परीक्षा शुल्क | ₹1-2 लाख |
Type Rating (विशेष विमान प्रशिक्षण) | ₹15-30 लाख |
भारत में पायलट प्रशिक्षण महंगा है, लेकिन सरकारी संस्थानों, छात्रवृत्तियों और सस्ती ट्रेनिंग ऑप्शंस के माध्यम से लागत को कम किया जा सकता है। यदि आप एक बजट में पायलट बनना चाहते हैं, तो IGRUA, GATI या सस्ते निजी संस्थानों को प्राथमिकता दें और स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करें।
पायलट् की सैलरी कितनी होती है
एक पायलट की सैलरी उसके अनुभव, एयरलाइन और लाइसेंस पर निर्भर करती है।
पायलट की भूमिका | औसत सैलरी (INR/Month) |
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Trainee Pilot | ₹1-2 लाख |
Commercial Pilot | ₹3-5 लाख |
Senior Captain | ₹8-12 लाख |
Cargo Pilot | ₹4-6 लाख |
Military Pilot | ₹1-3 लाख (अतिरिक्त सरकारी सुविधाओं सहित) |
भारत में एविएशन सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे पायलट्स के लिए करियर के कई अवसर उपलब्ध हैं। यदि आप कमर्शियल, कार्गो या मिलिट्री पायलट बनना चाहते हैं, तो आपको सही ट्रेनिंग, लाइसेंस और अनुभव की जरूरत होगी। सैलरी और करियर ग्रोथ के लिहाज से पायलट बनना एक आकर्षक करियर ऑप्शन है।
भारत में पायलट का भविष्य
भारत में एविएशन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है, जिससे आने वाले वर्षों में पायलट्स का क्या भविष्य होगा और एविएशन इंडस्ट्री में ग्रोथ क्या होगा? आप को जान के अच्छा लगेगा की इस इंडस्ट्री में भी मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है.
1. अगले 10 वर्षों में पायलट्स की मांग
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में 2030 तक 10000+ नए पायलट्स की जरूरत होगी। DGCA और एयरलाइंस कंपनियां पायलट ट्रेनिंग में नए सुधार कर रही हैं, जिससे ट्रेनिंग की क्वालिटी और करियर के अवसर बेहतर होंगे। UDAN योजना और नई एयरलाइंस के लॉन्च से छोटे शहरों में भी पायलट्स की मांग बढ़ेगी।
2. भारतीय पायलट्स के लिए अंतरराष्ट्रीय जॉब
मिडिल ईस्ट, यूरोप, अमेरिका और एशियाई देशों में भारतीय पायलट्स की काफी मांग है। UAE, सिंगापुर और कनाडा जैसे देशों में एयरलाइंस भारतीय पायलट्स को हाई सैलरी पैकेज देती है। FAA और EASA लाइसेंस वाले पायलट्स के लिए ग्लोबल जॉब के अवसर ज्यादा होते हैं।
3. एविएशन टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग में नए बदलाव
सिम्युलेटर ट्रेनिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोनॉमस एविएशन टेक्नोलॉजी से पायलट ट्रेनिंग आसान और अधिक प्रभावी हो रही है। नए टर्बोप्रॉप और इलेक्ट्रिक एयरक्राफ्ट से ऑपरेटिंग कॉस्ट घट रही है, जिससे एविएशन सेक्टर में और ग्रोथ होगी। भारत में DGCA द्वारा नई पायलट ट्रेनिंग पॉलिसी से ट्रेनिंग प्रोसेस अधिक आधुनिक हो रहा है।
FAQ
क्या कॉमर्स स्टूडेंट्स पायलट बन सकते हैं?
जी हां, कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र भी पायलट बन सकते हैं, लेकिन उन्हें 12वीं या आगे की पढ़ाई में Physics और Mathematics की परीक्षा देनी होगी। एनआईओएस (NIOS) या ओपन स्कूलिंग के माध्यम से 12वीं में Physics और Mathematics की परीक्षा पास करने के बाद वे पायलट बनने के लिए पात्र हो सकते हैं।